Punjab News: आठवीं मंज़िल से छलांग और टूट गया सपना डिप्रेशन में डूबे प्रोफेसर के बेटे ने की खुदखुशी

Punjab News: NIT जालंधर के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ राजकुमार आर्य के 17 साल के बेटे रजत आर्य ने शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे आठवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। रजत काफी समय से डिप्रेशन से जूझ रहा था और उसका इलाज पीआईएमएस अस्पताल में चल रहा था।
इलाज के बावजूद नहीं मिला सुकून
रजत आर्य लंबे समय से डिप्रेशन की दवाएं ले रहा था। कई बार वह दवा की ओवरडोज भी ले चुका था। इसलिए अब उसकी दवा केवल निगरानी में दी जाती थी। जहां वह पढ़ाई कर रहा था वहां भी दवा वॉर्डन को दी गई थी ताकि ओवरडोज न हो सके।
पिता को बुलाकर घर लाए थे वापस
16 अप्रैल को करियर डिफेंस अकादमी पटियाला से रजत के पिता को कॉल आई कि वह घर आने की ज़िद कर रहा है। 17 अप्रैल को डॉ आर्य उसे वापस NIT जालंधर ले आए। अगले दिन यानी 18 अप्रैल को उसे चेकअप के लिए पीआईएमएस ले जाना था लेकिन इससे पहले ही ये हादसा हो गया।
अस्पताल में मौत और अकेली मां मुंबई में
जब रजत आठवीं मंजिल से कूदा तो उसे गंभीर हालत में पहले सैक्रेड हार्ट अस्पताल फिर सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। रजत का शव सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है और पोस्टमार्टम उसकी मां के मुंबई से आने के बाद किया जाएगा।
कोटा से भी पढ़ाई बीच में छोड़नी पड़ी थी
रजत ने इससे पहले कोटा की एक अकादमी में भी दाखिला लिया था लेकिन वहां भी वह परेशान रहने लगा। जब उसके पिता को पता चला कि रजत को कोटा की पढ़ाई में दिलचस्पी नहीं है तो वह उसे वहां से भी वापस ले आए थे। अब यह दुखद अंत हो गया।